गेहूं की फसल से अच्छी पैदावार लेने के लिए कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है। इन उपायों को अपनाकर किसान गेहूं की उपज बढ़ा सकते हैं और ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं। आइए जानते हैं क्या हैं ये उपाय:
अच्छी किस्म का चुनाव
गेहूं की अच्छी पैदावार के लिए सही किस्म का चुनाव बहुत जरूरी है। DBW 187, DBW 222, और HD 3226 जैसी किस्में ज्यादा उपज देती हैं और रोगों से लड़ने में मजबूत होती हैं।
खाद का सही इस्तेमाल
फसल की अच्छी वृद्धि के लिए खाद का सही इस्तेमाल करें। बुआई के समय 50 किलो डीएपी प्रति एकड़ डालें। पहली सिंचाई के समय 40-50 किलो यूरिया प्रति एकड़ डालें। इससे फसल को पोषण मिलेगा और उपज बढ़ेगी।
सिंचाई का सही प्रबंधन
सिंचाई का सही समय और सही मात्रा फसल के लिए बहुत जरूरी है।
- बुआई के 20-25 दिन बाद पहली सिंचाई करें।
- कल्ले बनने के समय (40-45 दिन बाद) सिंचाई करें।
- बूटिंग स्टेज (60-70 दिन बाद) सिंचाई करें।
- दाने बनने के समय (80-90 दिन बाद) सिंचाई करें।
खरपतवार पर नियंत्रण
खरपतवार फसल की वृद्धि में बाधा डालते हैं और उपज कम करते हैं। समय पर खरपतवार निकालें या खरपतवारनाशक दवाओं का इस्तेमाल करें।
फसल चक्र का पालन
एक ही खेत में बार-बार गेहूं न बोएं। गेहूं के बाद दलहनी फसलें जैसे चना, मटर या मसूर बोएं। इससे मिट्टी की उर्वरता बनी रहेगी और रोगों का खतरा कम होगा।
इन उपायों को अपनाकर किसान गेहूं की उपज बढ़ा सकते हैं और अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। सही किस्म, खाद, सिंचाई, खरपतवार नियंत्रण और फसल चक्र का ध्यान रखकर गेहूं की फसल से बेहतर नतीजे पाए जा सकते हैं।